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प्रस्तुत कविता मेरी एक प्रार्थना या इबादत है जो कि मूलरूप से मैंने पहले
एक फोटो कविता के रूप में इंग्लिश में ट्विटर पर 17.10. 2012 को प्रकाशित किया.
ये कविता पाकिस्तान की उस बालिका ‘मलाला’ को समर्पित करते हुए. मलाला अभी भी
जिन्दगी और मौत के संघर्ष में है. क्योंकी अमन के दुश्मनों के लिए उसके द्वारा
पाकिस्तान की बालिकाओं को शिक्षित किया जाने का मिशन, उनके अपने
तरीकों के आगे आड़े आ रहा था और ये उन्हें अच्छा नहीं लगा, वो उनके तरीकों से अलग
जा कर अपना मिशन पूरा करती रहे. ये छोटी युवती इसीलिए मौत का शिकार होते होते
गोलियों से भूनने के वावजूद भी बच गई की हज़ारों लोगों की दुआएं उसके साथ थीं, पर अभी
भी वो अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रही है और अभी भी हस्पताल में है. पूरी जानकारी
आप सभी आवाज़.कॉम पर या http://avaaz.org/en/malalahopenew/?त्क्द्यग्ब्ब
पर देख सकते हैं.
काश भारत और पाकिस्तान के नेतागण ये देख पाते की दोनों ही देशों की सम्पन्नता
और खुशहाली का आधार, केवल और केवल सही शिक्षा और ज्ञान हैं, जहां इन्सान वास्तव में
अन्धकार से निकल कर जीवन का एक ऐसा उजाला देख पाता है, जो शायद आज की शिक्षा
में किताबी ज्ञान के बोझ में दब कर न जाने कब का कही खो चूका है.
पाकिस्तान के संविधान में ये मौलिक अधिकार बालिकाओं को मिला होने के वावजूद, वहाँ की सरकारें बेबस हो जाती हैं, उन शक्तियों के आगे जो पाकिस्तान में शिक्षा और ज्ञान का उजाला नहीं फैलने देना चाहते, जैसे की भारत में भी अभी कुछ राज्य उसी मध्यकालीन मनोवृत को अपने राज्यों में केवल इस लिए फलता फूलता दे रहे हैं क्यों की इसी में उन का शाशन करने का परमिट और वोट बैंक छुपा है.
मेरी ये कविता भारत के हज़ारों लाखों उन लोगों की तरफ से भी है, जो ये जानते हैं की एक सम्पन्न और सुशिक्षित पाकिस्तान भारत और पाकिस्तान की तरक्की की बुनियादी जरूरत है.
आईये एक दुसरे के आम लोगों की दुःख और दर्द में शरीक हो, एक नई राह बनाएं जहां हमारी नई पीढ़ी प्यार और मुहब्बत में चैन के सांस ले आगे की और बढ़ सके.
मलाला के लिए मलाला को समर्पित मेरी प्रार्थना फोटो कविता:- हिन्दी में कविता का भावार्थ केवल जागरण पर
Prayer Poem Dedicated to Malala of पाकिस्तान
प्रार्थना भगवान् ( खुदा) से
.
है प्रभू प्रार्थना है आपसे
.
ज्ञान और शिक्षा
.
पाकिस्तान की हर उस बालिका को स्पर्श कर
.
उनके सपनो को सुखद आकार दे सके.
.
.
है भगवान् ( खुदा ) अर्ज है तुमसे
.
वो वास्तविक खुसी के फूल
.
जो बालिका मलाला
.
के चेहरे पर खिले दिखते हैं
.
पाकिस्तान के हर नागरिक
.
की मुस्कराहट का स्पर्श करें.
.
.
है प्रभू (खुदा ) आपसे विनती है
.
की खुदा का नूर
.
पाकिस्तान के हर उस नागरिक
.
के चेहरे पर खिल सके
.
जो एक सम्पन्न और खुश हाल
.
पाकिस्तान देखना चाहते हैं.
.
.
है ईश्वर
.
आशीर्वाद दें कि ज्ञान और शिक्षा
.
के पुष्प खिलें और अपनी महक फैलाएं
.
उनकी महक से
.
भारत और पाकिस्तान की बालिकाएं
.
महक कर खिल सकें
.
रवीन्द्र
कानपूर भारत 1910 २०१२
मेरी भगवान से प्रार्थना है इस अनमोल लड़की मलाला के जीवन को बचाने के लिए, जो निरक्षरता के अंधेरे में खोये पाकिस्तान की सैकड़ों और हजारों बालिकाओं को बचाने के लिए और एक नई रौशनी देने की कोशिश कर रही थी और गोलियों से भून दी गई.
Face book पर http://facebook.com/photo.php?fbid=442133645837289&set=a.114474218603235.25716.100001219732381&type=1&थिएटर
Poetry Soup पर भी http://poetrysoup.com/poems_poets/poem_detail.aspx?ID=४२८९५०
Twitter पर https://twitter.com/i/#!/kapoor_/media/slideshow?url=pic.twitter.com%२स्प्क्वी
World Art Foundation पर http://wafglobal.ning.com/photo/prayer-to-god?context=user
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